जवाहरलाल नेहरू भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता और भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। उनका जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में हुआ था। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक प्रमुख नेता थे और महात्मा गांधी के निकट सहयोगी रहे। उनका योगदान भारतीय राजनीति, समाज और विकास के क्षेत्र में अद्वितीय है।
नेहरू का जीवन परिचय:
- प्रारंभिक जीवन और शिक्षा: नेहरू का जन्म एक समृद्ध परिवार में हुआ था। उनके पिता, पंडित मोतीलाल नेहरू, एक प्रमुख कांग्रेसी नेता और वकील थे। नेहरू ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हाररो (इंग्लैंड) और ईटन स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की और फिर इंग्लैंड के इनर टेम्पल से कानून की पढ़ाई की।
- स्वतंत्रता संग्राम में योगदान: नेहरू ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया। उन्होंने 1916 में महात्मा गांधी के साथ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हिस्सा बनकर ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ संघर्ष शुरू किया। उनका दृष्टिकोण युवा, समावेशी और धर्मनिरपेक्ष था। नेहरू का मानना था कि भारत का भविष्य एकजुट और धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र के रूप में होगा, जहां सभी धर्मों और संस्कृतियों का सम्मान किया जाएगा।
- नेहरू और गांधी जी का संबंध: महात्मा गांधी के साथ उनका गहरा संबंध था। गांधी जी ने उन्हें "चाचा नेहरू" के नाम से पुकारा, और दोनों के बीच एक गहरी मित्रता और सहयोग था। गांधी जी के विचारों से प्रभावित होकर नेहरू ने भारतीय राजनीति और समाज में बदलाव लाने के लिए कई कदम उठाए।
- भारत के पहले प्रधानमंत्री: भारत की स्वतंत्रता के बाद, 15 अगस्त 1947 को जब भारत ने ब्रिटिश साम्राज्य से स्वतंत्रता प्राप्त की, तब नेहरू को देश का पहला प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। उनका प्रधानमंत्री बनने के बाद का काल भारतीय लोकतंत्र और समाज के निर्माण के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहा। उन्होंने भारतीय समाज के विभिन्न हिस्सों को एकजुट करने के लिए कई कदम उठाए और राष्ट्र निर्माण के लिए ढेर सारी योजनाओं की शुरुआत की।
- आधुनिक भारत का निर्माता: नेहरू ने भारत को एक औद्योगिक और विज्ञान-प्रौद्योगिकी से समृद्ध राष्ट्र बनाने के लिए कई पहलें कीं। उन्होंने पंचवर्षीय योजनाओं की शुरुआत की और औद्योगिकीकरण, शिक्षा, विज्ञान, और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सुधार के लिए कई योजनाएँ बनाई। उनका मानना था कि विज्ञान और शिक्षा के बिना राष्ट्र का विकास संभव नहीं है। उनके नेतृत्व में भारत ने 'भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर' और 'इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन' जैसी महत्वपूर्ण संस्थाओं की स्थापना की।
- नेहरू के विचार: नेहरू का ध्यान समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र पर था। उन्होंने भारतीय समाज में समानता, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय को बढ़ावा दिया। उन्होंने भारतीय संस्कृति और परंपराओं का सम्मान करते हुए आधुनिकता की ओर कदम बढ़ाए। उनका कहना था, "हमारा भविष्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर निर्भर करेगा।"
- नेहरू की विरासत: नेहरू की पॉलिसी और विचारधारा ने भारतीय राजनीति और समाज को गहरे प्रभाव डाले। उनके नेतृत्व में भारतीय लोकतंत्र को मजबूती मिली, और भारत ने एक धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में दुनिया में अपनी पहचान बनाई। उनका योगदान आज भी भारतीय राजनीति, समाज और विदेश नीति में महत्वपूर्ण माना जाता है।
नेहरू का निधन:
नेहरू का निधन 27 मई 1964 को हुआ। उनकी जयंती 14 नवंबर को "बाल दिवस" के रूप में मनाई जाती है, क्योंकि उन्हें बच्चों से विशेष प्रेम था और उन्होंने हमेशा उनके अच्छे भविष्य के लिए काम किया।
नेहरू का जीवन भारतीय राजनीति और समाज में एक स्थायी छाप छोड़ गया, और वे हमेशा "चाचा नेहरू" के नाम से याद किए जाते हैं