खान सर (अब्दुल राशिद खान) भारतीय शिक्षा जगत के एक प्रसिद्ध यूट्यूबर और शिक्षक हैं। वे खासतौर पर अपने चैनल “Khan Sir Official” के माध्यम से छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने के लिए प्रसिद्ध हैं। उनका शिक्षण तरीका बहुत ही सरल और आकर्षक होता है, जिसमें वे जटिल विषयों को भी मजेदार और समझने में आसान बनाते हैं।
सर का पठन-पाठन का तरीका मुख्य रूप से हिंदी और स्थानीय भाषाओं का उपयोग करते हुए होता है, जो छात्रों को विषयों को जल्दी समझने में मदद करता है। वे मुख्य रूप से UPSC, SSC, और अन्य सरकारी परीक्षाओं की तैयारी करवा रहे हैं। उनके वीडियो में अक्सर मनोरंजन और शिक्षाप्रद सामग्री का मिश्रण होता है, जिससे वे व्यापक रूप से छात्रों के बीच लोकप्रिय हो गए हैं। उनका पाठ्यक्रम और शिक्षण शैली छात्रों के लिए बहुत प्रेरणादायक मानी जाती है।
खान सर क्यों हुए गिरफ्तार ?
दरअसल खान सर BPSC में नॉर्मलाइजेशन के विरोध में धरना प्रदर्शन करने पटना के सड़कों पर उतरे थे। इसी दौरान बिहार पुलिस ने उन्हें रोका, परंतु वह नहीं माने और बीएससी आयोग जाने की जीत पर आ गए जिसके कारण बिहार पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर ले गई।
लोगों का मानना है कि सरकार दबाव के वजह से खान सर को जल्दी रिहा कर देगी। परंतु अब देखना यह होगा कि धरना प्रदर्शन की स्थिति आगे और उग्र होती है या फिर झुक जाती है। अगर प्रोटेस्ट की मात्रा ज्यादा बढ़ जाएगी तो खान सर जल्दी रहा हो सकते हैं क्योंकि सरकार दबाव में आ जाएगी।
खान सर “जेडीयू पार्टी” को ज्वाइन करने वाले थे
हाल ही में अटकलें आ रही थी कि खान सर अब राजनीतिक पार्टियों में शामिल होने का मन बना लिए हैं। उनके हाल ही हुए एक दौर में लोगों का ध्यान एक बार फिर से आकर्षित किया था। खान सर पिछले सप्ताह जदयू के बड़े-बड़े नेताओं से मिल चुके हैं। जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि खान सर अब “JDU” में शामिल हो सकते हैं।
छात्र धरना प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं ?
दरअसल उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की तरह बिहार लोक सेवा आयोग ने भी नॉर्मलाइजेशन सिस्टम को बहाल करने का फैसला लिया था। हालांकि इसकी ऑफिशियल पुष्टि नहीं की गई थी फिर भी छात्र धरना प्रदर्शन करने सड़कों पर उतर गए। जिसके कारण बहुत सारे बच्चे एकत्रित हो गए और धरना उग्र रूप ले लिया।
धरना प्रदर्शन करने के पीछे बच्चों का मुख्य वजह निम्नलिखित इस प्रकार है:-
- BPSC में नॉर्मलाइजेशन सिस्टम नहीं होना चाहिए
- एक दिन तथा एक परीक्षा होना चाहिए
- अलग-अलग प्रश्न नहीं होनी चाहिए भले ही आप कितने सेट में बांट दें।
- BPSC की परीक्षा समय पर ले जानी चाहिए।
- फॉर्म भरने के लिए अतिरिक्त समय भी दिया जाना चाहिए।